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मृत बच्चा पैदा होने पर खर्चा मांगने वाली स्टाफ नर्स सहित तीन पर गिरी गाज

 - खर्चे के नाम पर 950 रूपये मांगने के आरोप में जांच समिति ने स्टाफ नर्स सहित तीन को माना दोषी
हाथरस (Hathras Now)। अपने कारनामों से अक्सर चर्चा में बना रहने वाला स्वास्थ्य विभाग एक बार फिर चर्चा का विषय बना हुआ है। इस बार स्टाफ नर्स व आशा पर एक प्रसूता को मृत बच्चा पैदा होने पर भी 950 रूपये मांगने का आरोप है(Hathras bribery scandel)। मामले को तूल पकड़ता देख आरोपी स्टाफ नर्स सहित तीन के खिलाफ हाथरस(Hathras news) के सीएमओ ने कार्रवाई की है।

यह है पूरा मामला-
अलीगढ के इगलास निवासी पूजा गर्भवती थी। वह अपने मायके हाथरस (Hathras News) के मुरसान क्षेत्र के गांव अहरई आई हुई थी। 28 नवंबर को प्रसव पीडा होेने पर प्रसव के लिए उसे सीएचसी मुरसान लाया गया। जहां उसे मृत बच्चा पैदा हुआ। मामले की जानकारी होने पर परिजन शोक में डूब गए। इसके बावजूद सीएचसी कर्मचारियों का मन नहीं पसीजा और वह खर्चे के रूप में प्रसूता के परिजनों से 950 रूपये मांगने लगे (Hathras bribery scandal)। प्रसूता के परिजनों ने काफी गुजारिश की, लेकिन आरोपी बिना रूपये लिए नहीं मांने। वांछित रूपये लेेने के बाद ही प्रसूता को जाने दिया गया। इस संबंध में पीडिता के परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ सीएमओ (CMO Hathras) कार्यालय में शिकायत की। 
दो स्टाफ नर्स का स्थानांतरण, आशा निष्कासित-
मामले को तूल पकड़ते ही स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी हरकत में आ गए। सीएमओ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था। समिति में जांच समिति ने आरोपी प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए। जांच आख्या के आधार पर हाथरस के सीएमओ (CMO Hathras) डाॅ0 मंजीत सिंह ने मुरसान सीएचसी पर तैनात आरोपी स्टाफ नर्स दीपिका चैधरी का स्थानांतरण सीएचसी मुरसान व स्टाफ नर्स नीतू का स्थानंरण सीएचसी महौ कर दिया है। वहीं, आरोपी आशा कार्यकर्ता महेंद्री को निष्कासित कर दिया है।

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